काउंट कामिलोडी काभुर का जन्म
विश्व इतिहास में एसे अनेक महान व्यक्तित्व के उदाहरण है जो अपने देश के लिए अपनी जाति के लिए  अपना सारा जीवन समर्पित कर देते हैं उनमें से काउंट कामिलोडी काभुर  एक है जो अपने समग्र जीवन इटली जाति के एकत्रीकरण के लिए प्रयास करते रहे   काउंट कामिलोडी काभुर 1810 में पिडमन्ट  के एक संभ्रांत परिवार में जन्म हुआ था
काभुर सामरिक शिक्षा समाप्त करने के बाद उन्होंने सेना वाहिनी में एक इंजीनियर के तौर पर योगदान दिए पर उनकी उदारवादी चिंताधारा  उच्च पदाधिकारी कर्मचारियों को असंतुष्ट किया फलस्वरूप कुछ दिन के लिए उन्हें कारावास में रहना पड़ा काभुर मजबूर होकर सेना वाहिनी  को  1831 में परित्याग किया और अपनी पैतृक संपत्ति  को  देख-रेख  करने लगे काभुर 15 बरस तक  एक संभ्रांत घनाशाली भक्ति के रूप में अपने  घर में समय बिताएं  उस 15 साल के बीच में उन्होंने इंग्लैंड फ्रांस जैसे देशों को बारंबार भ्रमण  किए थ भ्रमण के दौरान उन्होंने  दोनों प्रभावशाली देशों की राजनीतिक व्यवस्था तथा आर्थिक व्यवस्था के ऊपर ज्ञाना किए थे
राजनीति में प्रबेश करने की इच्छा थी परंतु अपने देश में पार्लियामेंट ना होने के कारण  उन्हें निर्वाचन में हिस्सा लेने की मौका नहीं मिला  इसलिए काबुल एक बार काभुर अत्यंत दुखी होकर कहे थे  "मैं एक अंग्रेजी होता तो इस वक्त कुछ बन गया होता एवं मेरा नाम संपूर्ण रूप से अनजान ना होता" काभुर इंग्रेजी संसद में बैठकर संसद की मर्यादा  उपलब्ध करने के साथ अपने देश में इस प्रकार संसद गठन करने के लिए प्रयास करते थे
1848 विप्लव समय में  काभुर पिडमन्ट में संविधान प्रणयन के लिए दावी उपस्थापन किए एवं उसी साल पिडमन्ट राज्य में संविधान प्रणयन करा गया काभुर  पिडमन्ट संसद को सांसद के रूप में निर्वाचित हुए और उन्हें 1850 को मंत्रिमंडल में स्थान मीला  कृषि वाणिज्य एवं नौविभाग में उन्हें दायित्व मिला।
काभुर माजीन के जैसा आदर्शवादी नहीं थे वह आदर्शों को कार्यकारी करने के लिए वास्तव रास्ता अनुसरण करते थे  काभुर एवं माजीन एक आदर्श के प्रवक्ता थे परंतु कभुर वास्तवता के ऊपर गुरूत्व देते थे काभुर इटाली एकत्रीकरण का सपना साकार करने के लिए कार्य आरंभ कीये थे इटली एकत्रीकरण का काभुर का प्रधान लक्ष्य था एक राष्ट्रवादी कूटनीतिज्ञ एवं राजनीतिज्ञ्य के हिसाब से वह विचार करते थे कि इटली की जाति के एकत्रीकरण लक्ष्य हासिल की दिशा में ऑस्ट्रिया एकमात्र शत्रु इसलिए ऑस्ट्रीया को इटली से जब तक बहिष्कार  ना किया जाए  तब तक इटली की एकत्रीकरण संभव नहीं है एवं कभुर को यह भी पता था ऑस्ट्रीया भी अपनी इच्छा से इटली परित्याग करेगा नहीं
सन1852 में कभुर ट्रीटमेंट सेट अन्य राज्य की प्रधानमंत्री बने प्रधानमंत्री होने के बाद इटली की एकत्रिकरण के लिए का वो हर  संभव प्रयास करने लगे काभुर की द्वारा प्रकाशित पत्रिका"Resorgimento" अपने चिंताधाराओं को प्रकाशित करके भरोसा के पात्र बन पाए थे इटालिओं ने उनके ऊपर आनेके विश्वास एवं आशा रखते थे प्रधानमंत्री होने के बाद काभुर इटली  एकत्रिकरण के लिए हर संभव प्रयास करने लगे खंड विखंडित इटली  को एक  राष्ट्र रुप में गठन करने के लिए इटालीयों की मन में जातियता भाव लाने की कोशिश करते थे।
काउंट कामिलोडी काभुर एक राजनीतिज्ञों कूटनीतिज्ञ  एवं बुद्धिमान व्यक्ति थे उन्होंने अपनी समग्र जीवन अपने राष्ट्र के हित के लिए इटली जाती के लिए कार्य किए हैं।