नेपोलियन बोनापार्ट के द्वारा प्रणित आईन विधि (Code Nepoleon) तथा संहिता उनके शासनकाल में फारसी जाती के लीए एक महान आवेदन था फरासी देश को आधुनिक सामाजिक के आकार में बनाने के लिए यह एक उचित कार्य था
नेपोलियन की भाषा में "My real glory is not my having won forty battles' what will never be effaced what will endure for ever is my civil code"
नेपोलियन की भाषा में "My real glory is not my having won forty battles' what will never be effaced what will endure for ever is my civil code"
नेपोलियन की पहले फ्रांस में तत्कालीन आईनी व्यवस्था अव्यवस्थित था और समग्र फ्रांस देश में 285 प्रकार के परस्पर विरोधी आईनी व्यवस्था तथा नियम कानून प्रचलित होता था उस आईनी व्यवस्था में एक प्रकार की अपराध के लिए अनेक प्रकार की दंड व्यवस्था किया गया था जो परस्पर विरोधी नियमावली थी एवं सामाजिक अधिकार जमीन धन-संपत्ति के नियमावली फ्रांस की अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग प्रकार का था
फरासी विप्लव की समय में जातिय परिषद इस व्यवस्था को सुधारने के लिए एक प्रकार की आईनी व्यवस्था करने की चेष्टा किया था लेकिन उस व्यवस्था को कार्यकारी कीया नहीं जा सका
फरासी विप्लव की समय में जातिय परिषद इस व्यवस्था को सुधारने के लिए एक प्रकार की आईनी व्यवस्था करने की चेष्टा किया था लेकिन उस व्यवस्था को कार्यकारी कीया नहीं जा सका
नेपोलियन क्षमता अधिकार करने के बाद इस समस्या का समाधान के लिए नेपोलियन तुरंत ही कार्य आरंभ कर दिया।
इसलिए नेपोलियन ने अनेक विचक्षण आईन विशेषज्ञ को लेकर एक विधि संहिता प्रस्तुत करने के लिए एक कमीेटी गठन कराया उनकी निर्देश अनुसार 1804 में एक आईनी विधि प्रस्तुत किया गया । और उसी साल उसे कार्यकारी भी कीया गया 1804 से 1905 तक फ्रांस में प्रचलित हुआ था उस संहिता मुख्यत तीन भाग में विभक्त हुआ था
इसलिए नेपोलियन ने अनेक विचक्षण आईन विशेषज्ञ को लेकर एक विधि संहिता प्रस्तुत करने के लिए एक कमीेटी गठन कराया उनकी निर्देश अनुसार 1804 में एक आईनी विधि प्रस्तुत किया गया । और उसी साल उसे कार्यकारी भी कीया गया 1804 से 1905 तक फ्रांस में प्रचलित हुआ था उस संहिता मुख्यत तीन भाग में विभक्त हुआ था
दीवानी आईनी (Civil Code)
फौजदारी आईन(Criminal Code)
एवं वाणिज्य आईन(Commercial Code)
नेपोलियन के आईनी विधि लोगों के लिए सारल एवं सहज था अभिज्ञता और साधारण ज्ञान के द्वारा इस सहिंता को रचना किया गया था आदर्श एवं दर्शन के आलावा सहींता में लोगों की वास्तव आवश्यकता के उपर नेपोलियन की गुरुत्व दिए थे
आईनी विधि में सामाजिक एवं धार्मिक विश्वास की दृष्टि में किसी भी प्रकार का अवांतर प्रथा को एवं अवधारणा को स्थान दिया नहीं गया था ।
यह धार्मिक स्वाधीनता' सामाजिक समानता' समान उत्तराधिकार' व्यक्ति स्वाधीनता' एवं पारिवारिक सांती के ऊपर आधारित है पारिवारिक मूल्य बोध परिवार में पिता के प्रधान्य व्यक्तिगत संपत्ति के पवित्रता आईन सस्मत विवाह एवं त्यागपत्र इत्यादि इस व्यवस्था में रखा गया था
व्यक्तिगत संपत्ति के ऊपर नागरिक मानक के अधिकार आईन सस्मत में प्रतिष्ठित हुआ पिता के मृत्यु के बाद उत्तराधिकार के तौर पर संपत्ति को समान सन तन मन मन की संतानों को समन अधिकार मिला । एवं कृषि भुत्य तथा सॅफ एवं सामंत प्रथा को उच्छेद करा गया और कृषि भुत्यओं को फ्रांस की नागरिकता प्रदान करा गया
नेपोलियन की आईन संहिता पुरातन कल से प्रचलित हो रहा है कठोर दंड विधान और उनसे किसी भी प्रकार का
परिवर्तन नहीं किया गया था समाज में नारियों को पुरुषों के मुकाबले समान अधिकार प्रदान नहीं किया गया था इसके बावजूद भी नेपोलियन की विधि संहिता आधुनिक सामाजिक आईन व्यवस्था को दर्शाता है यह सर्वसम्मति के साथ एक प्रगतिशील एवं आधुनिक आईन संहिता के रूप में जाना जाता है इस आईन संहिता के लिए नेपोलियन को द्वितीय जस्टिनआन भी कहा जाता है
देखा जाए तो तत्कालीन समाज में इस आईन व्यवस्था से काफी परिवर्तन आया फ्रांस के बहुत व्यवस्था मां सुधार लाया जा सका